🍁🏯🌺👏🕉️👏🌺🏯🍁🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩⛅ *दिनांक 10 फरवरी 2021*⛅ *दिन - बुधवार*⛅ *विक्रम संवत - 2077*⛅ *शक संवत - 1942*⛅ *अयन - उत्तरायण*⛅ *ऋतु - शिशिर*⛅ *मास - माघ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - पौष)*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - चतुर्दशी 11 फरवरी रात्रि 01:08 तक तत्पश्चात अमावस्या*⛅ *नक्षत्र - उत्तराषाढा दोपहर 02:12 तक तत्पश्चात श्रवण*⛅ *योग - व्यतिपात 11 फरवरी प्रातः 05:09 तक तत्पश्चात वरीयान्*⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:53 से दोपहर 02:18 तक* ⛅ *सूर्योदय - 07:13* ⛅ *सूर्यास्त - 18:32* ⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*⛅ *व्रत पर्व विवरण - मासिक शिवरात्रि* 💥 *विशेष - चतुर्दशी और अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)* 🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🌷 *मौनी अमावस्या* 🌷🙏🏻 *11 फरवरी 2021 गुरुवार को मौनी अमावस्या है उस दिन प्रयाग में स्नान की तिथि है | आप सब प्रयाग तो नहीं जाओगे पर अपने घर पे ही उस दिन स्नान करते समय –* 🌷 *ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा |*🙏🏻 *ये मंत्र बोलकर उबटन जो बापूजी ने बताया था उस उबटन को शरीर पर लगाकर स्नान करें तो गंगा स्नान का पुण्य मिलता है | अमावस्या के दिन तो जरुर करें | उस दिन गीता का सातवाँ अध्याय का पाठ करें और भगवान ने धन दिया है तो उस दिन घर में आटे की, बेसन की २ – ४ किलो मिठाई बना ले और गरीब बच्चे-बच्चियों में बाँट आयें, अपने पितरो के नाम दादा, दादी, नानी उनके नाम से बाँट कर आ जायें |*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩 पंचांग ~* 🌞🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🔥 *आहुति मंत्र* 🔥🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः* 🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🌷 *मौनी अमावस्या का मंत्र* 🌷🙏🏻 *भविष्योत्तर पुराण में बताया है कि माघी अमावश्या के दिन अगर भगवान ब्रम्हाजी का कोई पूजन करे, श्लोक और गायत्री मंत्र बोलकर जो ब्रम्हाजी को नमन करते हैं और थोड़ी देर शांत बैठे और फिर गुरुमंत्र का जप करें तो उनको विशेष लाभ होता है | जो भाई-बहन जो सत्संग में आते हैं वो दैवी सम्पदा पायें और लौकिक सम्पदा भी पायें | किसी के सिर पे भार न रहें | दैवी सम्पदा से खूब धनवान हों और लौकिक धन की भी कमी न रहें |*🌷 *मंत्र इस प्रकार है –**स्थानं स्वर्गेथ पाताले यन्मर्ते किंचिदत्तंम | तद्व्पोंत्य संधिग्धम पद्मयोंने प्रसादत: ||* 🌷 *गायत्री मंत्र –* *ॐ भू भुर्व: स्व: तत सवितुर्वरेण्यं | भर्गो देवस्य धीमहि | धियो यो न: प्रचोदयात् ||*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷🏡 *घर में हर अमावस्या अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞 🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,☀!! श्री हरि: शरणम् !! ☀🍃🎋🍃🎋🕉️🎋🍃🎋🍃🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏,
🍁🏯🌺👏🕉️👏🌺🏯🍁🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩⛅ *दिनांक 10 फरवरी 2021*⛅ *दिन - बुधवार*⛅ *विक्रम संवत - 2077*⛅ *शक संवत - 1942*⛅ *अयन - उत्तरायण*⛅ *ऋतु - शिशिर*⛅ *मास - माघ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - पौष)*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - चतुर्दशी 11 फरवरी रात्रि 01:08 तक तत्पश्चात अमावस्या*⛅ *नक्षत्र - उत्तराषाढा दोपहर 02:12 तक तत्पश्चात श्रवण*⛅ *योग - व्यतिपात 11 फरवरी प्रातः 05:09 तक तत्पश्चात वरीयान्*⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:53 से दोपहर 02:18 तक* ⛅ *सूर्योदय - 07:13* ⛅ *सूर्यास्त - 18:32* ⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*⛅ *व्रत पर्व विवरण - मासिक शिवरात्रि* 💥 *विशेष - चतुर्दशी और अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)* 🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🌷 *मौनी अमावस्या* 🌷🙏🏻 *11 फरवरी 2021 गुरुवार को मौनी अमावस्या है उस दिन प्रयाग में स्नान की तिथि है | आप सब प्रयाग तो नहीं जाओगे पर अपने घर पे ही उस दिन स्नान करते समय –* 🌷 *ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा |*🙏🏻 *ये मंत्र बोलकर उबटन जो बापूजी ने बताया था उस उबटन को शरीर पर लगाकर स्नान करें तो गंगा स्नान का पुण्य मिलता है | अमावस्या के दिन तो जरुर करें | उस दिन गीता का सातवाँ अध्याय का पाठ करें और भगवान ने धन दिया है तो उस दिन घर में आटे की, बेसन की २ – ४ किलो मिठाई बना ले और गरीब बच्चे-बच्चियों में बाँट आयें, अपने पितरो के नाम दादा, दादी, नानी उनके नाम से बाँट कर आ जायें |*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩 पंचांग ~* 🌞🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🔥 *आहुति मंत्र* 🔥🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः* 🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🌷 *मौनी अमावस्या का मंत्र* 🌷🙏🏻 *भविष्योत्तर पुराण में बताया है कि माघी अमावश्या के दिन अगर भगवान ब्रम्हाजी का कोई पूजन करे, श्लोक और गायत्री मंत्र बोलकर जो ब्रम्हाजी को नमन करते हैं और थोड़ी देर शांत बैठे और फिर गुरुमंत्र का जप करें तो उनको विशेष लाभ होता है | जो भाई-बहन जो सत्संग में आते हैं वो दैवी सम्पदा पायें और लौकिक सम्पदा भी पायें | किसी के सिर पे भार न रहें | दैवी सम्पदा से खूब धनवान हों और लौकिक धन की भी कमी न रहें |*🌷 *मंत्र इस प्रकार है –**स्थानं स्वर्गेथ पाताले यन्मर्ते किंचिदत्तंम | तद्व्पोंत्य संधिग्धम पद्मयोंने प्रसादत: ||* 🌷 *गायत्री मंत्र –* *ॐ भू भुर्व: स्व: तत सवितुर्वरेण्यं | भर्गो देवस्य धीमहि | धियो यो न: प्रचोदयात् ||*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷🏡 *घर में हर अमावस्या अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*🌞~*आज का हिन्दू पंचांग*~🌞 🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,☀!! श्री हरि: शरणम् !! ☀🍃🎋🍃🎋🕉️🎋🍃🎋🍃🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏,